एक ओर जहां प्रमुख सचिव लोक एवं परिवार कल्याण पल्लवी जैन बकायदा वीडियो के माध्यम जानकारी दे रही हैं कि कोरोना वायरस से पीड़ित व्यक्ति से दूर रहें। वहीं महिला एवं बाल विकास विभाग ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सुरक्षा के संसाधन उपलब्ध कराए बिना ही उन्हें अादेशित किया है वे आइसोलेटेड में और जो कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों के घर में जाकर फाॅर्म भरे और पूछे संबंधित व्यक्ति का स्वास्थ्य कैसा है। वे घर पर रहने का पालन कर रहे है या नहीं।
इस बारे में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जहां देश के प्रधानमंत्री खुद कोरोना वायरस की चैन तोड़ने की अपील कर रहे हैं, वहीं उनको विदेश से आए लोगों और कुल संदिग्ध 1995 लोगों के घरों में जानकारी लेने भेजा जा रहा है। उनका कहना है कि उन्हें काम करने में कोई समस्या नहीं है लेकिन उन्हें केवल मास्क उपलब्ध कराए है और कुछ भी नहीं। इस दौरान वे अौर उनका परिवार कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाएगा तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा। हालांकि इस आदेश की जानकारी विभाग के प्रमुख सचिव को लगी तो उन्होंने मामले में हस्ताक्षेप कर कलेक्टर अौर जिला कार्यक्रम अधिकारी से बात की।
अफसरों की धमकी... आदेश नहीं मानने पर कार्यकर्ताओं को करेंगे बर्खास्त
अांगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को 85 वार्ड के उन व्यक्तियों की सूची दी गई है, जो निगरानी में हैं। सभी कार्यकर्ताओं एक पत्रक दिया है, जिसमें निगरानी वाले घरों में जाकर उस व्यक्ति या उसके परिजनों से पूछना है कि उनका स्वास्थ्य कैसा है। वह विभाग द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं या नहीं। आदेश में अांगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को उस व्यक्ति के घर 14 दिनों तक जाना है। जिला कार्यक्रम अधिकारी ब्रजेश त्रिपाठी का कहना है कि कार्यकर्ता की ड्यूटी प्रिवेंटिव पार्ट के हिसाब से संबंधित व्यक्तियों की काउंसलिंग के लिए लगाई गई है। वे रैपिड रिस्पांस टीम का हिस्सा है। विभाग ने मास्क उपलब्ध कराए है। शेष किट विभाग उपलब्ध कराएगा। वहीं कार्यकर्ताओं का कहना है कि उन्हें कुछ भी नहीं मिला है। अधिकारियों की अोर से धमकी मिली है कि जो आदेश का पालन नहीं करेगा उसे नौकरी से बर्खास्त कर दिया जाएगा।
28 सेक्टर में बांटा शहर
विभाग ने 85 वार्डों को 28 सेक्टर में बांटा है। इसमें करीब 40 सुपरवाइजर व 200 अांगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की ड्यूटी लगाई है। इसमें सुपरवाइजर हर दिन 5 बजे कंट्रोल रूम परियोजना अधिकारी को डयूटी टीम को देगी। यह जानकारी कंट्रोल रुम में डाटा प्रभारी एडीएम वंदना शर्मा को देंगी।
3 मीटर दूर से बात करें
अनुपम राजन, पीएस, महिला बाल विकास के मुताबिक, आदेश की जानकारी मिली है। कलेक्टर से भी बात की है। जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देश दिए है कि कार्यकर्ता डाटा एकत्रित और काउंसलिंग का काम फोन पर भी कर सकती है। यदि आइसोलेटेड किए गए व्यक्तियों के यहां जाना भी पड़े, तो कवर होकर जाए। घर के अंदर न जाकर बाहर 3 मीटर दूर से बात करें।